काले गोरे का भेद बताकर करे विदेश अपमान
कौन यहाँ पर राज किया है भारत इसका नाम
अमर रहेगा नाम जगत में बापू तेरा काम
बापू तेरा नाम जग में अमर रहेगा काम
प्रेम भाव से दीन दुखी के विपदा को निपटाया
सत्य, अहिंसा,और शान्ति को तूने अस्त्र बनाया
इस दुनियां में प्रेम जताकर किया नारी का मान
खादी धोती और कुरते ने अपना असर दिखाया
अंगरेजों की ऊंची गरदन अपने आप झुकाया
व्यर्थ हुए सब अंगरेजों के जोर जुलुम के काम
याद में तेरी आज बहाती आंसू ये सूनी गलियाँ
फूलवारी लगा गया पर देखी न खिलती कलियाँ
इस दुनियां से राम राम कह चला छोड़ सब काम
गलती से हमें सदा बचाना होगी हमसे भूल
चरणों में तेरी आज समर्पित श्रद्धा के कुछ फूल
सत्कर्मों से सीख हमें दे करने चले विश्राम
29.09. 1975
बुनियादी प्रशिक्षण संस्था पेंड्रा में
आयोजित गाँधी जयंती पर प्रस्तुत
चित्र गूगल से साभार