Friday, 28 June 2013

फ़्राईड आम का अचार


आम का अचार बनायें स्वादिष्ट और टिकाऊ लम्बे समय के लिये बिना रसायन के प्रयोग किये
ये रेसिपी मेरी नानी तिरजुगी देवी और माता जी कुमारी देवी की देन है

१ आम का अचार बनाने के लिये सर्वप्रथम गूदेदार चेरदार अच्छी किस्म का आम लें
२ आम को साइज़ के हिसाब से आठ टुकड़ों में काट लें
३ आम के टुकड़े यथा सम्भव  एक इंच स्क्वेयर के हों
४ आम के टुकड़ों को साफ़ पानी से धो डालें ताकि कचरा न रहे
५ आम के टुकड़ों को जालीदार बर्तन में डालकर धूप में सुखा लें
६ अब सरसों के तेल में आम के टुकड़ों को डीप फ्राई कर लें

अब बारी आती है मसाले की  
यह एक मसाला का अनुपात बनायें जिसे मिलायें

१ एक किलो धुला हुआ सरसों को ग्राइंडर द्वारा सामान्य ढंग से पिस लें
२ 100 ग्राम इलायचा और लौंग लेकर बारीक पिस लें
३ 100ग्राम खड़ी सौफ लें
४ 150ग्राम साफ़ धुला हुआ करायर लेकर बारीक पीस लें
५ 100ग्रामपीसी हुई हल्दी लें
६100ग्राम पीसी हुई मिर्च ले
७ 1000ग्रामअच्छे किस्म का नमक लें
८ 250 ग्राम छिला हुआ लहसुन लें

**अब आप डीप फ़्राईड आम में पर्याप्त मात्रा में स्वाद अनुसार मसाला मिला दें
**अंत में अचार में इतना शुद्ध सरसों का तेल डालें कि अचार डूब जाये

1 आम का अचार बनाते समय पवित्रता का ध्यान रखें
2 स्नान आदि दैनिक क्रियाओं से निवृति का विशेष ध्यान रखें
3 अपवित्र बर्तन का प्रयोग न करें
4 नया अचार धुले हुए बर्तन में ही रखें
5 सिरेमिक या कांच का बर्तन सबसे उपयुक्त होता है

*विशेषता यह है कि आम का अचार मसाला मिलाकर तुरंत खा सकते हैं
*यह विधि महँगी किन्तु अचार को एक वर्ष तक सुरक्षित रख सकते हैं
*इस विधि में किसी भी रसायन का उपयोग नहींकिया गया है

***** आप पसंद करें तो कटहल को भी आम के टुकड़ों की साइज़ में काटकर उसे भी
डीप फ्राई करके आम के अचार में मिला दें बन गया कटहल और आम का मिक्स अचार

28 जून 2013

समर्पित महिला जगत को जिन्हें गृह लक्ष्मी का सम्मान प्राप्त है 

Tuesday, 11 June 2013

हक



तुम कुंठित हो?
राम को तुमने जन्म नहीं दिया
तुम कुपित हो?
बुद्ध तुम्हारी कोख ने नहीं जना
क्यूँ क्रोधित हो?
तुम यशोदानंदन की माँ नहीं

तुम्हे गर्व नहीं?
कि तुम
एक विकलांग बेटी की माँ हो
तुम्हारे स्वाभिमान को ठेस लगी?
दे दिया जन्म पुत्री को

पुत्र ही जन लेती तो क्या हो जाता?
पुत्री ने हंसने का हक छीन लिया?

गर्व संतान पर?
या लिंग संरचना पर?
या क्रोध ईश्वर की कृति पर?
वा अपनी कोख पर?

कल वो करेंगे फैसला
सही गलत का

तब न तुम होगे न मैं
सिरजन को सृजन रहने दो

11 जून 2013
समर्पित माँ को
जिन्हें गर्व है अपनी पुत्री पर