चित्र साभार श्री राहुल कुमार सिंह जी |
प्रिय बाबू साहब 2 दिन देर से ही सही आपके जन्मदिन पर कुछ पंक्तियाँ मेरी ओर से स्वीकार करें
तथागत
आरम्भ से अंत तक
सब कुछ अनिश्चित,अनित्य
और
नश्वर
इस यात्रा के बीच
कभी बसंत कभी सावन,
कभी मनभावन
कभी जलप्लावन
क्या खोया,क्या पाया
किसने कितना निभाया
आज तक कौन जान पाया
पीछे मुड़ कर देखें
कुछ स्मृतियाँ
कुछ चेहरे
हलके गहरे
डूबते उतारते
समुद्र की लहरों से
पास आते है
थमने के पहले
न जाने
कहाँ
गुम हो जाते हैं
जन्म दिन 06 जुलाई
तथागत ब्लॉग के सृजन कर्ता मेरे बाल सखा और मार्गदर्शक
श्री राजेश कुमार सिंह का स्नेह आपके समक्ष जो दिनांक
8 जुलाई 2013 को टिप्पणी में मिली का प्रकाशन