आभा - THE SPLENDOR
Wednesday, 21 March 2012
गूंज
अब एक मौन है
प्रेम की स्वीकृति
हमारे बीच
एक गूंज
की तरह
जो सिर्फ महसूस
होती है
और ध्वनियां
एक दूसरे को काटती हैं
रमाकांत सिंह 18/03/2012
तथागत ब्लाग के सृजन कर्ता
श्री राजेश कुमार सिंह को समर्पित
चित्र गूगल से साभार
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